बेनाम कोहड़ाबाज़ारी
पिता श्रीनाथ आशावादी और पुत्र बेनाम कोहड़ाबाज़ारी की रचनाएँ.
Monday, September 3, 2012
शुभकामनाएँ
भगवान आपको बीबी के झटकों से बचाये
और यदि झटका मिलता रहे
तो आपको झटका प्रूफ बनाये.
अजय अमिताभ सुमन
उर्फ
बेनाम
कोहड़ाबाज़ारी
नाकाबिल
इश्क तेरा जायज़
पर प्यार के काबिल नहीं
दे ही क्या सकता मुझे
जखम के सिवा
अजय अमिताभ सुमन
उर्फ
बेनाम
कोहड़ाबाज़ारी
खौफ
खौफ नहीं मुझे नीचे गिरने का
गहराई में जाने के लिए
उतरना ही पड़ता है
नीचे
जड़ की तरह
ताकि झेल सके वृक्ष
तूफान को
खौफ तो होता है
पत्तियों को
ऊंचाई पर लहराने वालों को
कि हवा का एक झोंका आया
और बस.................................
अजय अमिताभ सुमन
उर्फ
बेनाम
कोहड़ाबाज़ारी
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