सक्सेसफुल एडवोकेट कौन
वो
जिनके
कोई ईमान नहीं
कोई सिद्धांत नहीं
कोई दोस्त नहीं
कोई दुश्मन नहीं
कोई जुबान नहीं
कोई स्वाभिमान नहीं
कोई धर्म नहीं
कोई राष्ट्र नहीं
सिवाय पैसे के
जो होती है
चिड़िया की आँख
और
जिसके लिए
वो तोड़ देते हैं
मरोड़ देते हैं
अपनी ईमानदारी
अपने सिद्धांत
अपने दोस्त
अपने दुश्मन
अपनी जुबान
अपना स्वाभिमान
अपना धर्म
अपनी राष्ट्र भक्ति
पानी की तरह
अजय अमिताभ सुमन
उर्फ
बेनाम कोहड़ाबाज़ारी
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