बेनाम कोहड़ाबाज़ारी
पिता श्रीनाथ आशावादी और पुत्र बेनाम कोहड़ाबाज़ारी की रचनाएँ.
Wednesday, September 14, 2011
सौगात
मेरी जिंदगी मुझे यूंही तुमसे मोहब्बत नहीं है .
तेरी हर एक नई सुबह , मौत पे हुकुमत का एहसास कराती है .
अजय अमिताभ सुमन
उर्फ
बेनाम
कोहड़ाबाज़ारी
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